मà¥à¤à¤•ो पà¥à¤°à¤à¥ ले के जग में तू आया
तेरा शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है , तेरा शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है
१)माता पिता का दिया पà¥à¤¯à¤¾à¤° मà¥à¤à¤•ो
देता है आदर जो संसार मà¥à¤à¤•ो
ये सब है पà¥à¤°à¤à¥ मेरे तेरी ही माया ....तेरा शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾
२) दी तेज बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ ,व सोच à¤à¥€ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€
बड़ी चीज़ दी मà¥à¤à¤•ो à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€
बहà¥à¤¤ ही गà¥à¤‚णों से है मà¥à¤à¤•ो सजाया .....तेरा शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है
३) दिठअंग पूरे मà¥à¤à¥‡ इतने पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡
कि सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° हैं वो ,इक से इक बढ के सारे
मà¥à¤à¥‡ लाखों लाखों से सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° बनाया ......तेरा शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है
४)है दà¥à¤–ों कि धà¥à¤ª में थोडा जलाया
तो सà¥à¤–ों कि à¤à¥€ दी , बहà¥à¤¤ तूने छाया
तà¤à¥€ तो धवन है शरण तेरी आया ....तेरा शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है
लेखक- कवि धवन
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