ऐ मेरे ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की
शिरडी के साँई महाराज 2 झोलियाँ भरो सब की
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की
इक तेरी आस लिये बाबा मन में विश्वास लिये
इक तेरी आस लिये बाबा मन में विश्वास लिये
दर तेरे आए हैं आज झोलियाँ भरो सब की । शिरडी के साँई महाराज………………
निर्बल के तुम बल हो बाबा निर्धन के तुम धन हो
निर्बल के तुम बल हो बाबा निर्धन के तुम धन हो
तुम हो ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की । शिरडी के साँई महाराज झोलियाँ………………
कदमों के साए में बाबा रखना बिठाए हमैं
कदमों के साए में बाबा रखना बिठाए हमैं
रख लेना हम सबकी लाज झोलियाँ भरो सब की । शिरडी के साँई महाराज झोलियाँ भरो सब की
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की
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